कभी ऐसा लगा है कि आपने हर डाइट ट्राई कर ली, लेकिन वजन घटाने की जंग खत्म ही नहीं हो रही?
मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। MBA की पढ़ाई, शादी, जिम्मेदारियाँ — सबके बीच खुद का ख्याल रखना मुश्किल होता गया।
एक दिन सोशल मीडिया पर “Intermittent Fasting” का नाम सुना — सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक खाना और फिर 16 घंटे उपवास।
पहले लगा कैसे होगा? पर मैंने खुद को एक हफ्ते का चांस दिया।
और आज… मैं Intermittent Fasting कर रही हूँ काफी समय से — और फर्क साफ है।
🌟 मेरा अनुभव:
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पहले मैं हर दो घंटे में कुछ खा लेती थी — कभी चाय, कभी बिस्किट।
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लेकिन Intermittent Fasting ने मुझे सिर्फ भूख नहीं, समय का सम्मान करना सिखाया।
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मेरी बॉडी हल्की लगी, नींद बेहतर हुई, और सबसे खास — मेरे अंदर एक आत्मविश्वास आया।
📚 रिसर्च भी यही कहती है:
Harvard University और University of Granada जैसे संस्थानों ने साबित किया है कि Intermittent Fasting से:
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वज़न घटता है
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ब्लड शुगर कंट्रोल होता है
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मेटाबॉलिज्म सुधरता है
❤️ एक औरत की नजर से:
जब हम खुद को पीछे रख देते हैं, शरीर भी जवाब देने लगता है। लेकिन जैसे ही मैंने खुद को टाइम देना शुरू किया —
मैंने सिर्फ वजन नहीं घटाया, खुद से एक रिश्ता जोड़ लिया।