आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में वक़्त की कमी और सेहत की लापरवाही, दोनों ही हमारी सबसे बड़ी दुश्मन बन गई हैं। कई लोग मुझसे कहते हैं – “हम खाना भी टाइम पर नहीं खा पाते, वजन कैसे घटाएं?”
यही सवाल एक वक़्त मेरा भी था, जब मेरी खुद की लाइफ भागदौड़ में उलझी थी। फिर मुझे पता चला Intermittent Fasting (IF) के बारे में — खासकर 16:8 Method, जिसमें आप 16 घंटे उपवास रखते हैं और 8 घंटे के भीतर खाना खाते हैं।
🍽️ ये पैटर्न कैसा दिखता है?
इसमें आप सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक खाना खाते हैं और फिर अगली सुबह तक उपवास करते हैं।
पहले मुझे भी शक था – क्या सिर्फ टाइम बदल देने से कुछ होगा?
पर जब मैंने इसे अपनाया, तो कुछ ही हफ्तों में न सिर्फ वज़न में फर्क दिखा, बल्कि शरीर भी हल्का महसूस हुआ।
🔍 रिसर्च क्या कहती है?
📌 University of Granada (2025) का एक शोध:
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99 ओवरवेट लोगों पर किया गया ट्रायल।
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सभी ने Intermittent Fasting को Mediterranean डाइट के साथ अपनाया।
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3 महीने में औसतन 3 से 4 किलो तक वजन घटा।
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1 साल बाद भी वज़न कम बना रहा।
📌 Harvard Health Research:
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Intermittent Fasting ब्लड शुगर कंट्रोल, इंसुलिन सेंसिटिविटी और मेटाबॉलिज्म सुधारने में मदद करता है।
Intermittent Fasting सिर्फ वजन घटाने का तरीका नहीं, ये discipline और सेल्फ-रेस्पेक्ट का रास्ता है।
जब आप हर दो घंटे में कुछ भी खाने की आदत छोड़ देते हैं, तब आप अपने शरीर की असल ज़रूरतें समझने लगते हैं।
और जब शरीर और मन में संतुलन आता है, तो खुद से प्यार करना आसान हो जाता है।
📝 मेरी सलाह:
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शुरू में मुश्किल लगेगा, पर आप हर दिन खुद को एक मौका दें।
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पहले दिन सिर्फ रात 8 बजे खाना बंद करें, धीरे-धीरे 7 तक लाएं।
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खूब पानी पिएं, और खाने की क्वालिटी पर ध्यान दें – quantity खुद घट जाएगी।