“रिश्ते निभाते-निभाते, मैं खुद को भूल गई” — जब औरत खुद के लिए जीना भूल जाती है।
A powerful blog on how women often lose their identity while fulfilling responsibilities in relationships.…
“एक औरत की खामोशी भी चीख होती है”
जब एक औरत चुप रहती है, तो समझिए कि उसकी आत्मा बहुत कुछ कह रही…
“जब अपने ही हमें नहीं समझते: भावनाओं की अनसुनी पुकार”
जब हमारे अपने—माता-पिता, भाई-बहन या रिश्तेदार—ही हमारी भावनाओं को नजरअंदाज़ करते हैं, तो वह दर्द…
मेरे लिए “रोमांस” की परिभाषा…
मेरे लिए "रोमांस" की परिभाषा... लोग कहते हैं कि प्यार में सिर्फ अच्छे पल होते…
“Self Help: खुद की मदद करना क्यों जरूरी है?”
खुद की मदद करने का मतलब सिर्फ अकेले चलना नहीं, बल्कि अपने अंदर की ताकत…
प्यार में खुद को खो देना कहाँ तक सही है?
क्या आपने कभी महसूस किया है कि आप जितनी मेहनत करें, वो नज़र ही नहीं…
जब कोई अपना होकर भी अपना नहीं लगता…
जब अपने ही पराए लगने लगें तो मन टूट जाता है। इस ब्लॉग में जानिए…
“मां बन जाना सबकुछ नहीं होता, औरत भी एक इंसान होती है” | एक मां की अनकही कहानी
मां बनना एक खूबसूरत अहसास है, लेकिन उस सफर में एक औरत अपने अस्तित्व को…
“टॉक्सिक रिश्ते को छोड़ना भी एक प्यार होता है — अपने आपसे” | खुद से प्यार की शुरुआत
जब कोई रिश्ता आपकी शांति छीनने लगे, तो उसे छोड़ना भी एक साहसिक कदम होता…