जब माफ करना आसान नहीं होता…
कई बार हमें कहा जाता है कि माफ कर दो, लेकिन जब चोट गहरी हो,…
रिश्ते निभाने की ज़िम्मेदारी सिर्फ एक की क्यों?
कई बार रिश्ते में एक इंसान ही सब कुछ निभाता है, और दूसरा सिर्फ उम्मीदें…
कभी-कभी सबसे ज़्यादा अपने ही तोड़ते हैं…
जब अपनों से ही सबसे ज़्यादा चोट मिलती है, तब दर्द गहरा होता है। जानिए…
जब प्यार समझ नहीं, सिर्फ उम्मीद बन जाए…
जब एक रिश्ता प्यार से ज़्यादा उम्मीदों का बोझ बन जाए, तो वो थकाने लगता…
रिश्ते निभाने की ज़िम्मेदारी सिर्फ औरत की क्यों?
क्या रिश्ते निभाना सिर्फ महिलाओं की ज़िम्मेदारी है? इस भावनात्मक लेख में जानिए सामाजिक सोच,…
भावनात्मक दुर्व्यवहार को समझना और उससे बाहर निकलना
भावनात्मक दुर्व्यवहार के लक्षण, प्रभाव और उससे बाहर निकलने के उपायों पर आधारित यह लेख…
जब कोई आपकी अच्छाई का फायदा उठाता है
"जब आपकी अच्छाई का कोई फायदा उठाए, तो खुद को बदलो मत... सीमाएँ तय करो।…
जब कोई आपकी अच्छाई का फायदा उठाता है
विषय का परिचयअच्छाई एक मौलिक मानवीय गुण है, जो आत्मीयता, दया और सहानुभूति को व्यक्त…
क्या वाकई प्यार सब कुछ होता है?
"क्या प्यार ही सब कुछ होता है? जानिए प्यार का असली अर्थ, उसके फायदे-नुकसान और…