जब अपने ही पराए हो जाते हैं…
जब अपने ही पराए लगें…
कभी ऐसा महसूस हुआ है कि जिनके लिए आपने सब कुछ किया —
वो ही आपको अनदेखा करने लगें?
जिनकी खुशी में आपकी दुनिया बसती थी —
वो ही आपकी मौजूदगी को महसूस न करें?
ऐसे समय में इंसान सिर्फ अकेला नहीं होता,
वो खुद से भी दूर हो जाता है।
जब अपनों से चोट मिलती है…
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जब माँ-बाप आपकी भावनाओं को नहीं समझते
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जब पार्टनर आपकी तकलीफ़ का मज़ाक बनाता है
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जब दोस्त पीठ पीछे बात करते हैं
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जब बहन या भाई नज़रअंदाज़ करने लगते हैं
तब अंदर कुछ टूटता है — और वो होता है “भरोसा”।
और भरोसे की टूटन…
शायद दुनिया का सबसे चुप दर्द होता है।
क्या ये सवाल आपसे भी टकराते हैं?
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“मैंने ऐसा क्या कर दिया कि ये बदल गए?”
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“क्या मैं इतनी बुरी हूं?”
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“क्या अब मेरा कोई नहीं?”
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“मैंने तो सब निभाया, फिर मैं ही क्यों अकेली हूं?”
अगर इन सवालों ने आपको रुलाया है —
तो आप अकेली नहीं हैं।
बहुत सी औरतें ये दर्द झेल रही हैं… बिना कहे।
लेकिन, ये अंत नहीं है
अपने अगर पराए हो जाएं,
तो इसका मतलब ये नहीं कि आप बेकार हैं।
बल्कि इसका मतलब है —
आपका प्यार, आपकी सच्चाई और आपकी उम्मीद — गलत लोगों पर खर्च हो रही थी।
अब वक्त है खुद की ओर लौटने का
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अपनी Emotional Energy वापस लो
जिन्हें फर्क नहीं पड़ता, उन पर और वक्त बर्बाद मत करो। -
अपने अंदर की ‘आप’ से मिलो
जो लड़की हँसती थी, सपने देखती थी, नाचती थी —
उससे फिर से दोस्ती करो। -
Thoda Disconnect करो
कभी-कभी अपनों से दूरी बनाना भी ज़रूरी होता है ताकि आप heal कर सको। -
Growth पर फोकस करो
किताबें पढ़ो, कुछ नया सीखो, खुद को Invest करो। -
सही लोगों को पहचानो
जो सच में आपकी परवाह करते हैं, वो खुद को साबित करेंगे।
सबको माफ़ करो — पर सबको दोबारा मौका मत दो।
अपनों के बदलने का मतलब यह नहीं कि आप गलत हैं
“जो आपके अपने हैं — वो बदल नहीं सकते,
और जो बदल सकते हैं — वो कभी आपके अपने थे ही नहीं।”
ये लाइन दिल को तोड़ सकती है —
पर सच में आपको बचा भी सकती है।
Affirmation बोलिए:
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“जो चले गए, वो मेरे सीखने के हिस्से थे — मेरी कमी नहीं।”
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“मेरी सच्चाई की क़ीमत सबके पास नहीं होती — और ये ठीक है।”
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“मैं अपनी जिंदगी में सिर्फ उन्हीं को रखूंगी, जो मेरा दिल तोड़ने का हक़ नहीं रखते।”
खुद को दोबारा बनाइए…
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उन पुराने रिश्तों से नहीं
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बल्कि खुद की सच्चाई, प्यार और हिम्मत से।
एक औरत की आवाज़:
“सबने मुझे छोड़ा —
पर मैं खुद से जुड़ गई।
अब मुझे किसी और के साथ की नहीं —
खुद की मुस्कान की जरूरत है।”
आपसे एक सवाल
क्या आपके जीवन में कभी कोई ऐसा रहा है जिसने आपके भरोसे को तोड़ा? और फिर आपने खुद को कैसे संभाला?
कमेंट में ज़रूर लिखिए — शायद आपकी कहानी किसी और को हिम्मत दे दे।“Self Love कोई Luxury नहीं, ज़रूरत है – क्योंकि अगर खुद से प्यार नहीं किया, तो दुनिया से क्या उम्मीद?”