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“एक ऐसी ज़िंदगी, जहाँ सुकून हो और मैं खुद से मिल सकूं”

“एक ऐसी ज़िंदगी, जहाँ सुकून हो और मैं खुद से मिल सकूं”

1004947910_hostinger_ai_14376a7a-300x300 "एक ऐसी ज़िंदगी, जहाँ सुकून हो और मैं खुद से मिल सकूं"

कभी-कभी मन करता है कि भागती दौड़ती ज़िंदगी से बस कुछ पल निकालूं — और कहीं दूर, शांत, हरी-भरी वादियों में खुद से मिलने निकल जाऊं।

एक ऐसी जगह…
जहाँ चारों तरफ सिर्फ हरियाली हो,
जहाँ पहाड़ों की ठंडी हवा हो,
जहाँ झरनों की मीठी आवाज़ हो,
और जहाँ रात को खुले आसमान के नीचे तारे मुझे कहानियाँ सुनाएं।

मैं चाहती हूँ एक ऐसी ज़िंदगी —
जहाँ कोई भाग-दौड़ न हो,
जहाँ हर हफ़्ते मैं कोई नई जगह explore कर सकूं,
जहाँ adventure भी हो और peace भी।

1004947910_hostinger_ai_c9cf6863-300x300 "एक ऐसी ज़िंदगी, जहाँ सुकून हो और मैं खुद से मिल सकूं"

क्योंकि असली luxury ये नहीं कि कितनी बड़ी गाड़ी है या कितनी ऊँची बिल्डिंग है —
असली luxury है – बिना किसी tension के खुलकर जीना।

अगर आप भी इसी तरह की सुकून भरी, nature-filled ज़िंदगी का सपना देखते हैं, तो आज से ही छोटे-छोटे कदम बढ़ाइए। Weekend पर कहीं पास के झरने, जंगल, पहाड़ या किसी peaceful जगह पर जाएं। खुद को महसूस कीजिए।
कभी-कभी सबसे ज़रूरी मुलाकात, खुद से होती है।